पिछले कुछ दिनों से आप कुछ खबर सुन रहे होंगे जहां भारत पर FIFA ban का खतरा मंडरा रहा है। खबर धीमी हो गई होगी पर अभी खतरा टला नहीं है। भारतीय फुटबॉल टीम ने आजतक कभी फीफा विश्व कप में खुद को नहीं देखा है। ऐसी कई सारी कहानियां जो बताती हैं कि भारत को फीफा विश्व कप से बैन कर दिया गया था। पर ऐसा कुछ नहीं है। असल में भारत विश्व कप के लिए कभी क्वालीफाई ही नहीं की थी। इसी कारण विश्व कप भारत से दूर रही है। यह भी एक अफवाह है कि भारत को 1950 में मौका मिला था पर बूट न होने के कारण उन्हें निकाल दिया गया। असल में यह भी पूरी तरह से सच नहीं है।
पर पिछले कुछ समय से चल रही यह FIFA ban वाली खबर का दूर दूर तक इन अफवाहों से कोई रिश्ता नाता नहीं है। यह प्रेसिडेंट चुनावों को लेकर घोटालों की वजह से हो रही है। प्रफुल पटेल का तीसरा सत्र दिसंबर 2020 में खत्म हो चुका था। पर वे अगले 17-18 महीने तक अपने पद पर डटे रहे। पर ऐसा नहीं है कि पटेल ने पूरी तरह हिटलर राज कर ऐसा किया हो। असल में सुप्रीम कोर्ट एआईएफएफ के लिए संविधान बनाने में देर कर रही थी। इस बीच बोर्ड ने चुनाव नहीं रखना सही समझा।
सुप्रीम कोर्ट ने AIFF के लिए CoA लगाई है जिसमें भास्कर गांगुली, एस वाई कुरैशी और अनिल दवे शामिल हैं। यह एक थर्ड पार्टी है जिसके बीच में आने से फीफा अब भारत पर बन लगाने का अधिकार रखती है।
फीफा ने दे दी है समय सीमा
इन उलझनों के बीच फीफा ने कदम रखा। जांच पड़ताल के बाद फीफा ने आखिरी समय सीमा साफ कर दिया। 31 जुलाई तक सुप्रीम कोर्ट को AIFF के लिए संविधान तैयार कर देना है। ऐसा हो जाने के बाद 15 सितंबर तक प्रेसिडेंट पद के लिए चुनाव हो जाने चाहिए। अन्यथा भारत और भारतीय फुटबॉल बोर्ड पर फीफा के तरफ से बैन लग जाएगा।
देखा जाए तो 31 जुलाई सबसे अहम तारिख है भारतीय फुटबॉल की भविष्य के लिए। अगर संविधान नहीं बनती है तो चुनाव भी नहीं हो पाएगी। और अंत में फीफा को अपने शब्दों के मुताबिक भारत पर बैन लगाना ही पड़ेगा।
क्या होगा अगर भारत पर FIFA ban लग जाए?
FIFA ban लग जाने पर भारतीय टीम कुछ समय तक फुटबॉल नहीं खेल पाएगी। और तो और भारत के रेफरी और ऑफिशियल्स भी किसी मैच का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। अगर यह बैन एशिया कप क्वालीफायर से पहले लगती तो भारतीय टीम इसका हिस्सा नहीं बन पाती। अगर यह बैन अब लगता है तो भारत अगले साल चीन में होने वाले एशिया कप में नहीं खेल पाएगी।
बता दें कि इस साल भारत U17 महिला विश्व कप की मेजबानी करने वाला है। अगर बैन लगती है तो वे इस टूर्नामेंट में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगे। जिससे सबसे ज्यादा नुकसान भारत के नौजवान खिलाड़ियों को भुगतना पड़ेगा। भारत की मेजबानी भी ऐन वक्त पर वापिस ली जा सकती है।
पाकिस्तान पर भी है फीफा बैन
फीफा ने दूसरे देशों पर भी बन लगाए हैं। फिलहाल पाकिस्तान और केन्या पर बैन लगी हुई है। अगर भारत पर बैन लग जाए वे इस सूची में पाकिस्तान और केन्या का साथ देंगी। 2014 में इंडोनेशिया पर भी बैन लगी थी। हालांकि वह बैन बाद में हट गई।
पाकिस्तान को भी कुछ इसी प्रकार के प्रक्रियाओं के कारण बैन झेलना पड़ा था। “थर्ड पार्टी इंटरफेरेंस” मूल कारण थी इसकी। जो कि भारत के मामले में भी है। हालांकि इस साल मार्च में आए रिपोर्ट के मुताबिक फीफा PFF से बैन हटा सकती है। काउंसिल मीटिंग में पाकिस्तान के हित में 195-4 वोट गए थे।
देखना बाकि है की AIFF की क्या प्रतिक्रिया रहेगी। क्योंकि फीफा के तरफ से खत तैयार रखी पड़ी है। बस दस्तखत बाकी हैं।
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