May 2, 2024
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CWG 22 India Day 10 Summary: ज़रीन सहित बॉक्सिंग में 4 पदक, हाथ से फिसला क्रिकेट गोल्ड

CWG 22 India Day 10 Summary: सोमवार को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए यह एक और शानदार दिन रहा। बॉक्सिंग में सबसे पहले नीतू घंघास ने गोल्ड जीता। 48 किलो वर्ग फाइनल में उन्होंने इंग्लैंड की डेमी-जेड रेस्जतान को हराकर यह मुकाम हासिल किया। नीतू के जीतने के मिनटों बाद ही पुरुष 51 किलो वर्ग में अमित पंघाल ने इंग्लैंड के कायरण मैकडोनाल्ड को हराकर CWG 22 में भारतीय बॉक्सिंग का दूसरा गोल्ड जीता। बॉक्सिंग का तीसरा गोल्ड मेडल आया महिला 50 किलो वर्ग में जहां निखत ज़रीन ने उत्तरी आयरलैंड की कार्ली मैकनॉल को फाइनल में हराया।

इससे पहले पूजा गहलोत ने महिला 50kg फ्रीस्टाईल में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। जिसके बाद उन्होंने मीडिया इंटरेक्शन में भारतीय समर्थकों से माफी मांगी कि उनके कारण इस पोडियम समारोह में भारतीय राष्ट्र गान नहीं बज सका। वहीं अंतिम समय में बराबरी का गोल खा भारत और न्यूजीलैंड के बीच का महिला हॉकी ब्रॉन्ज मेडल मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक चला गया। जहां सविता पुनिया के आखिरी स्ट्रोक के बदौलत टीम ने जीत हासिल की।

मिले कुछ ऐतिहासिक मेडल

करीब डेढ़ घंटे बाद भारत को दो मिनट के अंदर तीन ऐतिहासिक मेडल प्राप्त हुए। पहले एल्धोस पॉल और अब्दुल्ला अबुबकेर ने पुरुष ट्रिपल जंप में भारत के 1-2 हासिल किया। फिर उधर 10000 मीटर पैदल रेस में संदीप कुमार ने ब्रॉन्ज जीता। ट्रिपल जंप में प्रवीण चित्रावेल चौथे पायदान पर आए।

भारत के लिए जेवलिन में दिन बुरा रहा पर अन्नु रानी ने महिला वर्ग में 60m का थ्रो कर कांस्य पदक हासिल किया। बैडमिंटन में पीवी सिंधू, लक्ष्य सेन और चिराग शेट्टी-सत्विकसैराज की जोड़ी ने अपने अपने वर्गों के फाइनल में जगह बनाई। किदांबी श्रीकांत को सेमीफाइनल में हार मिली पर ब्रॉन्ज मेडल को अपने नाम किया। टेबल टेनिस में शरथ और ज्ञानसेकरण की जोड़ी को पुरुष युगल फाइनल में 2018 की तरह ही हार का सामना पड़ा। एकल में शरथ ने फाइनल में जगह बना ली। वहीं उनके जोड़ीदार ने ब्रॉन्ज जीता। भारत को स्क्वैश मिश्रित युगल में भी सौरव घोसल और दीपिका पल्लीकल के बदौलत ब्रॉन्ज हासिल हुआ।

CWG 22 India Day 10 Summary: हाथ से फिसल गया कॉमनवेल्थ क्रिकेट का पहला गोल्ड

162 का पीछा करते वक्त भारत के पास काफी बढ़िया मौका था कॉमनवेल्थ इतिहास में क्रिकेट का पहला गोल्ड मेडल जीतने का। एक समय पर 34 गेंदों 44 रन चाहिए थे, आठ विकेट हाथ में होने के साथ। वहां से टीम 31 गेंदों में 34 रन बनाए वो भी सारे 8 विकेट खोते हुए। जिसमें से 3 रनआउट थे।

कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 65 रन बनाए पर वह अंत में काम नहीं आया। भारतीय महिलाओं को रजत पदक जीत ही संतोष करना पड़ा।

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