सेनेगल के कप्तान Sadio Mane ने अंततः लिवरपूल को छोड़ ही दिया। जर्मन चैंपियंस बायर्न म्यूनिख ने माने को 35 मिलियन पाउंड में अपने टीम में शामिल कर लिया। उनकी मौजूदा डील 2025 तक चलेगी जिसके बदौलत वे हफ्ते के 250000 पाउंड कमाएंगे।
सादिओ माने 2016 से लीवरपूल का एक अहम हिस्सा रहे हैं। अपनी रफ़्तार और गोल मारने की तकनीक के बदौलत माने जुर्गें क्लॉप की टीम में हमेशा एक महत्वपूर्ण नाम रहे। उन्होंने लिवरपूल के लिए 269 मैचों में 120 गोल दागे। क्लॉप की मशहूर अटैकिंग तिकड़ी में Sadio Mane लेफ्ट विंग में खेला करते थे। हालांकि पिछले कुछ समय से वह स्ट्राइकर के भूमिका में भी नज़र आए हैं।
“The goals he scored, the trophies he won; a legend, for sure, but also a modern-day Liverpool icon.”
— Liverpool FC (@LFC) June 22, 2022
Jürgen Klopp has emotionally reflected on the impact Sadio Mane delivered to the club during his stellar six-year stay 👇
एनफील्ड में बिताए हुए 6 साल में माने ने प्रीमियर लीग और चैंपियंस लीग सहित 6 ट्रॉफी जीते। ऐसे में सवाल उठता है कि उन्होंने लिवरपूल जैसी सफल टीम को छोड़ने का मन क्यों बना लिया। आइए देखते हैं इसके पुख्ता कारण।
कॉन्ट्रैक्ट थी सबसे बड़ी वजह
मोहम्मद सलाह और वर्जिल वैन डाइक की तरह सादियो माने का भी कॉन्ट्रैक्ट अगले साल, यानी कि 2023 को खत्म होने वाला था। ऐसे में लिवरपूल की मैनेजमेंट को तीन बड़े नामों के कॉन्ट्रैक्ट हालात को गंभीरता के साथ सहज करना था।
अगस्त में ही क्लब ने नीदरलैंड्स के कप्तान को तीन साल का एक नया कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया जो कि उन्हें 2025 तक क्लब में रखेगा। बारी आई ईजिप्ट के कप्तान मोहम्मद सलाह की। उनके कॉन्ट्रैक्ट को लेकर लंबे समय से काफी गहन बातचीत चल रही है। हालांकि जून के पहले हफ्ते में आए रिपोर्ट के मुताबिक उनके लिए भी नया कॉन्ट्रैक्ट तैयार कर दिया जा चुका है। असल में सलाह वित्तीय तौर पर काफी बड़ी मांग कर रहे थे। पर क्लब ने अपने “सबसे बेहतरीन खिलाड़ी” को रखने के लिए हरसंभव प्रयास किया। जिसके कारण लिवरपूल मैनेजमेंट का ध्यान का अधिकतर बांट सलाह के कॉन्ट्रैक्ट ने ले लिए।
ऐसे में Sadio Mane, जिनकी कॉन्ट्रैक्ट इन दोनों की तरह अगले साल खत्म होने वाली थी, को लगा कि उन्हें मैनेजमेंट द्वारा भाव नहीं दिया जा रहा है। शायद उन्हें इस बात की भनक पहले ही लग चुकी थी क्योंकि जनवरी में ही वे अपने एजेंट को अगले क्लब की तलाश के लिए लगा चुके थे।
बायर्न की दिलचस्पी ने Sadio Mane का मन बना दिया
ऑफर तो बाकी टीमों से भी थे पर बायर्न म्यूनिख ने तुरंत ही माने का मन बना दिया था। बकौल माने, ऑफर आते ही उन्होंने अपने आप को बवारिया जर्सी में देखना शुरू कर दिया था। पिछले कुछ सालों में बायर्न दुनिया की सबसे खतरनाक टीम बनकर सामने आई है। उन्होंने 2020 में चैंपियन्स लीग के साथ साथ सेक्सटुपल (एक सीज़न में छह ट्रॉफी) अपने नाम की और दस सालों से लगातार बुंदेसलिगा जीतते आ रहे हैं। इस टीम के ट्रॉफी जीतने की क्षमता को सभी खिलाड़ी तवज्जो देते हैं और सादियो माने ने भी इस बात का ज़िक्र किया।
Reflecting on six special years 🤩
— Liverpool FC (@LFC) June 22, 2022
Liverpool legend Sadio Mane sat down with us for one last time to say goodbye, after completing his move to Bayern Munich.
लिवरपूल माने को जाने नहीं देना चाहती थी। क्लब ने दो ऑफर को खारिज किए पर अंत में 27 मिलियन पाउंड और कुछ बोनस वाले ऑफर पर माने को जाने दिया। इन तथ्यों को मद्देनजर रखते हुए यह साफ कहा जा सकता है कि लिवरपूल छोड़ने का फैसला माने का व्यक्तिगत था।
खुद की फर्मिनो वाली हालत नहीं होने देना चाहते थे
इस विंडो क्लब ने 85 मिलियन पाउंड में उरुग्वे के फॉरवर्ड डार्विन नुनेज को खरीदा है। उन्हें सादियो माने का रिप्लेसमेंट माना जा रहा है। पर यह कहना शायद मुश्किल है कि नुनेज़ का प्लान मैनेजमेंट के ध्यान में कब आया। वे सादियो माने के रिप्लेसमेंट हैं या उन्हें उनके लिए खरीदा गया है? अगर दूसरा विकल्प सही है, तब माने के साथ वो हो सकता था जो रॉबर्टो फर्मिनो के साथ हुआ।
दो साल पहले तक फर्मिनो टीम के प्रमुख स्ट्राइकर थे। पर डिओगो जोटा के खरीदे जाने के बाद से फर्मिनो को अधिकतर बार साइडलाइन पे देखा जाने लगा। माने की बात करें तो सिर्फ नुनेज ही नहीं, जनवरी में खरीदे गए लुइस डियाज भी माने के पोजीशन के लिए सीधे प्रतिद्वंदी हैं। डियाज ने अपने आगमन के बाद से सभी को प्रभावित किया है। ऐसे में Sadio Mane के साथ भी वही हो सकता था जो रॉबर्टो फर्मिनो के साथ हुआ। बायर्न चुनने के पीछे का एक और कारण माने ने बताया कि वे प्रोजेक्ट के एक अहम हिस्सा रहेंगे। उन्हें बायर्न ने इस बात की पुष्टि कर दी है। अगर वे लीवरपूल में ठहरते तो शायद उन्हें पहले जितनी गेम टाइम न मिलती।
Welcome to #FCBayern, Sadio Mané!
— FC Bayern Munich (@FCBayernEN) June 22, 2022
बायर्न यूरोप की सबसे खूंखार आक्रामक टीम में से एक है। ऐसे में Sadio Mane का जुड़ना विरोधियों के लिए और भी दर्दनाक संकेत हैं। टीम में पहले से ही लेरॉय साने, रॉबर्ट लेवनडोवस्की, किंग्सले कोमैन, एरिक चुपो मोटिंग, सर्ज ग्नेब्री और थॉमस मुलर जैसे दिग्गज खिलाड़ी हैं। हालांकि देखना बाकी है कि लेवनडोवस्की और ग्नेब्री का भविष्य कहा होने वाला है। क्योंकि लेवनडोवस्की बार्सिलोना से लगातार संपर्क में हैं और ग्नेब्री उनके चीर प्रतिद्वंदी रियाल मैड्रिड से।
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